
बीकानेर, 15 सितम्बर। भीनासर के शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के पर्युषण पर्व के चौथे दिन शुक्रवार को भक्तों का हजूम उमड़ पड़ा।

हल्की वर्षा की फुहारों के बावजूद श्रावक-श्राविकाएं मंदिर परिसर के खचाखच भर जाने से बाहर बैठकर भक्ति रस का आनंद लिया। गंगाशहर, भीनासर, बीकानेर व उदयरामसर से श्रावक-श्राविकाएं भक्ति संगीत संध्या शुरू हो आधे घंटें पूर्व ही पर्युषण के प्रतिक्रमण कर पहुंच गए।
कोचर मंदिरात एवं पंचायती ट्रस्ट,बीकानेर की ओर से सकलश्री संध के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक सुनील पारख व विनोद सेठिया की जोड़ी ने ’’दादा तुम्हारा प्यार ना रूठे, कभी दरबार ना छूटे’’ ’’ म्हाने दर्शन देवों, भक्त खड़ा थारे द्वार, लियां छोटी सी दरखास्त’’, ’’भक्ति की है रात आज दादा थाने आणों पड़सी’’, हे पार्श्वनाथ तुम्हारे द्वारे पर’’, ’’ मैं भक्त तेरा भगवान पार्श्वनाथ’’ आदि राजस्थानी लोकगीतों, फिल्मी तर्जों के साथ पारम्परिक गीतों से समां बांध दिया। कलाकारों के प्रचलित व लोकप्रिय भजनों के साथ उपस्थित श्रोताओं ने करतल ध्वनि करते हुए झूमते हुए स्वर मिलाते हुए आनंद लिया। कलाकारों ने गायकी में मुर्की, स्वरों का उतार चढ़ाव व नामी साजिन्दों का साथ भक्ति की शक्ति को बढ़ा रहा था। श्रावक-श्राविकाओं को गाने व झूमने के लिए विवश कर रहा था। पार्श्वनाथ भगवान के जयकारों के साथ चली भक्ति गंगा में ऑरगन पर हसमत, ढोलक पर सदाम, तबले पर उमर व पैड पर टीपू ने संगत की।
भगवान पार्श्वनाथ के शंखेश्वर स्वरूप की प्रतिमाओं पर विशेष अंगी की गई । बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने मंदिर में दर्शन कर भक्ति का रस लूटा। नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में विभिन्न व्यवस्थाओं को बनाने वाले तथा भजनों की टेर को भरने वालों अशोक कोचर अशोक डागा, राहुल दफ्तरी, कविराज कोचर, बसंत कोचर, विजयसिंह अजय, सुरेन्द्र कोचर, प्रवीण कोचर, राकेश, बल्लभ, कांतिकोचर, पुखराज सिरोहिया पारस कोचर व सत्य प्रकाश् की गई। भक्ति संगीत संध्या में आए श्रावक-श्राविकाओं की अनोप चंद किशोर कुमार, सोहन लाल कोचर टिकाई, कांतिलाल, कीर्ति, राकेश राहुल कोचर व दीपचंद पूगलिया परिवार की ओर से प्रभावना से अभिनंदन किया।